यूपीआई के बाद अब भारत के नए धमाके से सारी दुनिया हैरान और परेशान....
विश्व गुरु बनने की और तेजी अग्रसर भारत...
दुनिया के फाइनेंशियल सिस्टम को बदलने जा रहा है भारत
हाल ही में जब ऐलान हुआ कि भारत सबसे बड़ी और चौथी आर्थिक शक्ति बन गया है तो यह बात सुनकर चीन से लेकर अमेरिका तक के पसीने छूट गए. डोनाल्ड ट्रंप ने तो भारत की तरक्की रोकने के लिए सारे तंत्र लगा दिए. भारत की इकोनामिक ग्रोथ को कम करने लिए वह अब भी पूरी दुनिया में नंबर वन बनी हुई है.
भारत के नीति आयोग का कहना है अगले कुछ ही महीनों यानी ढाई साल में ही भारत जर्मनी को भी पछाड़कर तीसरे स्थान पर आ जाएगा...
लेकिन ऐसा होगा कैसे तो इसको लेकर खुद भारत की तरफ से एक ऐसा प्लान किया गया है जिसने दुनिया में भूचाल मचा डाला है.
यह प्लान है भारत का ULI जो अमेरिका और चीन पर एक तरह की डिजिटल स्ट्राइक की तरह साबित होगा.
यूपीआई यानी यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस की धमाकेदार कामयाबी के बाद जब पूरी दुनिया ने भारत की तकनीक को सलाम किया, अब भारत लोन सेक्टर में भी अपना विशव गुरु बनने जा रहा है.
ऐसा कौन सा सीक्रेट हथियार है, ऐसी कौन सी छिपी ताकत है जिसे आरबीआई यानी भारतीय रिजर्व बैंक ने ULI के नाम से सामने लाने का फैसला किया है. जिसे खुद आरबीआई गवर्नर के मुताबिक अमेरिका जैसे बड़े देशों को भी चिंता में डालने की ताकत है.
क्या यही ULI वह गेम चेंजर है जो 2025 तक भारत की इकोनॉमी को वह रफ्तार देने वाला है जिसकी बाकी विकसित देश कल्पना ही कर सकते हैं और भारत उसे असलियत बना देगा. यह सब बातें आज हर उस भारतीय के मन में घूम रही हैं जो चाहता है कि उसका देश एक सुपर पावर बने.
साथियों आप जितने सवाल करोगे और यकीन मानिए इनके जवाब इतने तगड़े हैं कि आने वाले समय में दुनिया भारत को बस देखेगी नहीं बल्कि भारत से सीखने भी लगेगी. यूपीआई ने तो बस ट्रेलर दिखाया था.
असली डिजिटल तूफान ULI लेकर आएगा. यह वह लहर है जिसकी हलचल से कई देशों की फाइनेंसियल व्यवस्था में खलबली मचने लगी है. भारत की यह नई शुरुआत यह नई दिशा दुनिया की फाइनेंस की तस्वीर को हमेशा के लिए बदल सकती है.
ULI भारत का वह गुप्त हथियार है जो फाइनेंशियल दुनिया की तस्वीर बदल देगा. ULI कोई आम सिस्टम नहीं यह असली बदलाव है. यूनिफाइड लैंडिंग इंटरफेस यानी यू एल आई का नाम सुनकर अगर आपको लग रहा है कि यह कोई सामान्य सरकारी स्कीम या छोटा-मोटा डिजिटल टूल है तो जरा रुक जाइए.
जो भारत में कर्ज लेने देने के पुराने थकाऊ और उलझे हुए सिस्टम को पूरी तरह से बदल डालेगा. यह सिर्फ कोई वेबसाइट या ऐप नहीं बल्कि एक पूरा डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो करोड़ों आम लोगों और छोटे कारोबारी के लिए एक नई उम्मीद बनकर आया है.
इसका मकसद बिल्कुल साफ है भारत के हर कोने में हर उस इंसान तक लोन पहुंचाना जो अब तक बैंकों की लंबी प्रक्रिया में उलझ कर रह जाता था. अब छोटे व्यापारियों, किसानों, मजदूरों और आम आदमी के लिए लोन लेना उतना ही आसान होगा जितना यूपीआई से पैसे भेजने जैसा.
फ्रिक्शनलेस क्रेडिट यानी बिना अर्जी बिना झंझट के लोन मिलना अब कोई ख्वाब नहीं रहेगा. ULI उसे हकीकत में बदलने वाला है. यह उस सोच को सीधी चुनौती है जो मानती है कि लोन सिर्फ अमीरों और बड़े बिजनेसमैन का हक है. जिन सारे डॉक्यूमेंट मौजूद हो यू एल ए साबित करके दिखाने वाला है कि अगर आप मेहनती हैं आपके पास मिशन है तो बिना सैलरी स्लिप या पुरानी क्रेडिट हिस्ट्री के भी लोन मिल सकता है.
अगर यह क्रांति नहीं है तो फिर क्या है. आखिर यह कैसे काम करता है इसके पीछे कौन सी जादुई ताकत है तो साथियों इसके पीछे ताकत है इसका ओपन सोर्स स्ट्रक्चर का होना और इसका प्लग एंड प्ले मॉडल का होना यानी कि ओपन एंड शर्ट सिस्टम जिसे आप आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं. ऐसी तकनीकी चाबी है जो हर तरह के बैंक सरकारी हो प्राइवेट हो, एनबीएफसी हो या छोटे बड़े फिनिटी, सबको एक ही प्लेटफार्म पर जोड़ देता है. ठीक वैसे ही ULI हर तरह के लोन प्रोवाइडर को जोड़ देता है.
इस तकनीक के पीछे कोई ख्याल नहीं बल्कि पूरी तरह से मजबूत और ग्राउंड पर काम करने वाला सिस्टम है. जैसे आपका आधार, केवाईसी, पेन, जमीन से जुड़े कागज, जीएसटी डाटा और अकाउंट एग्रीगेटर का नेटवर्क यह सारी जानकारियां है. आपकी सहमति से सिर्फ कुछ ही पलों में लोन देने वाली संस्था तक पहुंच जाती है जो काम पहले हफ्तों में होता था और जिसमें बार-बार बैंक जाना पड़ता था अब यह काम कुछ ही मिनट में ऑनलाइन संभव होगा.
ईसे सुरक्षित और असरदार बनाने के लिए इंटरनेशनल सॉफ्टवेयर कंपनियों की एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है. हर इंसान के डाटा को सुरक्षित रखने का पूरा सिस्टम तैयार किया गया है. कुछ लोगों को लग रहा था कि ULI में ब्लॉकचेन या आईओटी जैसी बड़ी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है लेकिन ऐसा नहीं है. इसका बेसिक स्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी और डाटा एग्रीगेशन पर टिका है जो इसे हकीकत में काम करने वाला बनाता है और आगे चलकर इस मशीन लर्निंग का इस्तेमाल जरूर बढ़ेगा जिससे लोन का फैसला और तेज और सटीक होगा.
यानी सही इंसान को सही वक्त पर लोन मिल पाएगा.
यह स्मार्ट टेक्नोलॉजी और प्रभावशाली बनती जाएगी ठीक वैसे ही जैसे यूपीआई शुरू में छोटा था लेकिन आज बहुत बड़ा बन चुका है. ठीक वैसे ही यू एल आई शुरुआत में धीरे हो सकता है परंतु यह शीघ्र अति शीघ्र तेजी से न सिर्फ भारत की ग्रोथ को मल्टीप्लाई करेगा बल्कि दुनिया का फाइनेंशियल सिस्टम बदलने की ताकत भी दिखाएगा और साथियों हम सभी इस बदलाव को होते हुए अपनी आंखों से अपने सामने देखेंगे.
साथियों हमारा भारत बहुत तेजी से बदल रहा है और वर्तमान सरकार इसे विश्व गुरु बनाने की हर संभव प्रयास को साबित करने में जुटी है.
दरअसल जितनी तेजी से भारत का स्वरूप बदल रहा है उतनी तेजी से भारत ने कभी भी ऐसी तरक्की नहीं देखी है और यह सब परिणाम है हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी के लंबे चौड़े प्लान का जो अपने निरर्थक प्रयासों से पिछले 11 सालों से प्रयासरत है.
आइए साथियों, हम अपने प्रधानमंत्री जी के साथ कम से कदम मिलाकर भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए अपना योगदान दें. भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर विश्वास रखें और इसे न सिर्फ केंद्र में हमेशा के लिए स्थापित करें बल्कि भारत के हर राज्य में भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार बनाने का प्रयास करें ताकि भारत फिर से सोने की चिड़िया बन सके और हम विश्व गुरु बनकर संपूर्ण संसार को अपने मित्र देशों की तरह अपने परिवार की तरह चला सकें.
साथियों अपनी सरकार के ऐसे ही नए-नए कामों की जानकारी के लिए, बदलते भारत की तस्वीर को देखने के लिए और भारत के विश्व गुरु बनने की कहानियों को पढ़ने के लिए कृपया इस चैनल के साथ जुड़े ताकि आप हर नई जानकारी समय से पढ़ सकें.
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दुनिया के फाइनेंशियल सिस्टम को बदलने जा रहा है भारत
हाल ही में जब ऐलान हुआ कि भारत सबसे बड़ी और चौथी आर्थिक शक्ति बन गया है तो यह बात सुनकर चीन से लेकर अमेरिका तक के पसीने छूट गए. डोनाल्ड ट्रंप ने तो भारत की तरक्की रोकने के लिए सारे तंत्र लगा दिए. भारत की इकोनामिक ग्रोथ को कम करने लिए वह अब भी पूरी दुनिया में नंबर वन बनी हुई है.
भारत के नीति आयोग का कहना है अगले कुछ ही महीनों यानी ढाई साल में ही भारत जर्मनी को भी पछाड़कर तीसरे स्थान पर आ जाएगा...
लेकिन ऐसा होगा कैसे तो इसको लेकर खुद भारत की तरफ से एक ऐसा प्लान किया गया है जिसने दुनिया में भूचाल मचा डाला है.
यह प्लान है भारत का ULI जो अमेरिका और चीन पर एक तरह की डिजिटल स्ट्राइक की तरह साबित होगा.
यूपीआई यानी यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस की धमाकेदार कामयाबी के बाद जब पूरी दुनिया ने भारत की तकनीक को सलाम किया, अब भारत लोन सेक्टर में भी अपना विशव गुरु बनने जा रहा है.
ऐसा कौन सा सीक्रेट हथियार है, ऐसी कौन सी छिपी ताकत है जिसे आरबीआई यानी भारतीय रिजर्व बैंक ने ULI के नाम से सामने लाने का फैसला किया है. जिसे खुद आरबीआई गवर्नर के मुताबिक अमेरिका जैसे बड़े देशों को भी चिंता में डालने की ताकत है.
क्या यही ULI वह गेम चेंजर है जो 2025 तक भारत की इकोनॉमी को वह रफ्तार देने वाला है जिसकी बाकी विकसित देश कल्पना ही कर सकते हैं और भारत उसे असलियत बना देगा. यह सब बातें आज हर उस भारतीय के मन में घूम रही हैं जो चाहता है कि उसका देश एक सुपर पावर बने.
साथियों आप जितने सवाल करोगे और यकीन मानिए इनके जवाब इतने तगड़े हैं कि आने वाले समय में दुनिया भारत को बस देखेगी नहीं बल्कि भारत से सीखने भी लगेगी. यूपीआई ने तो बस ट्रेलर दिखाया था.
असली डिजिटल तूफान ULI लेकर आएगा. यह वह लहर है जिसकी हलचल से कई देशों की फाइनेंसियल व्यवस्था में खलबली मचने लगी है. भारत की यह नई शुरुआत यह नई दिशा दुनिया की फाइनेंस की तस्वीर को हमेशा के लिए बदल सकती है.
ULI भारत का वह गुप्त हथियार है जो फाइनेंशियल दुनिया की तस्वीर बदल देगा. ULI कोई आम सिस्टम नहीं यह असली बदलाव है. यूनिफाइड लैंडिंग इंटरफेस यानी यू एल आई का नाम सुनकर अगर आपको लग रहा है कि यह कोई सामान्य सरकारी स्कीम या छोटा-मोटा डिजिटल टूल है तो जरा रुक जाइए.
जो भारत में कर्ज लेने देने के पुराने थकाऊ और उलझे हुए सिस्टम को पूरी तरह से बदल डालेगा. यह सिर्फ कोई वेबसाइट या ऐप नहीं बल्कि एक पूरा डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो करोड़ों आम लोगों और छोटे कारोबारी के लिए एक नई उम्मीद बनकर आया है.
इसका मकसद बिल्कुल साफ है भारत के हर कोने में हर उस इंसान तक लोन पहुंचाना जो अब तक बैंकों की लंबी प्रक्रिया में उलझ कर रह जाता था. अब छोटे व्यापारियों, किसानों, मजदूरों और आम आदमी के लिए लोन लेना उतना ही आसान होगा जितना यूपीआई से पैसे भेजने जैसा.
फ्रिक्शनलेस क्रेडिट यानी बिना अर्जी बिना झंझट के लोन मिलना अब कोई ख्वाब नहीं रहेगा. ULI उसे हकीकत में बदलने वाला है. यह उस सोच को सीधी चुनौती है जो मानती है कि लोन सिर्फ अमीरों और बड़े बिजनेसमैन का हक है. जिन सारे डॉक्यूमेंट मौजूद हो यू एल ए साबित करके दिखाने वाला है कि अगर आप मेहनती हैं आपके पास मिशन है तो बिना सैलरी स्लिप या पुरानी क्रेडिट हिस्ट्री के भी लोन मिल सकता है.
अगर यह क्रांति नहीं है तो फिर क्या है. आखिर यह कैसे काम करता है इसके पीछे कौन सी जादुई ताकत है तो साथियों इसके पीछे ताकत है इसका ओपन सोर्स स्ट्रक्चर का होना और इसका प्लग एंड प्ले मॉडल का होना यानी कि ओपन एंड शर्ट सिस्टम जिसे आप आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं. ऐसी तकनीकी चाबी है जो हर तरह के बैंक सरकारी हो प्राइवेट हो, एनबीएफसी हो या छोटे बड़े फिनिटी, सबको एक ही प्लेटफार्म पर जोड़ देता है. ठीक वैसे ही ULI हर तरह के लोन प्रोवाइडर को जोड़ देता है.
इस तकनीक के पीछे कोई ख्याल नहीं बल्कि पूरी तरह से मजबूत और ग्राउंड पर काम करने वाला सिस्टम है. जैसे आपका आधार, केवाईसी, पेन, जमीन से जुड़े कागज, जीएसटी डाटा और अकाउंट एग्रीगेटर का नेटवर्क यह सारी जानकारियां है. आपकी सहमति से सिर्फ कुछ ही पलों में लोन देने वाली संस्था तक पहुंच जाती है जो काम पहले हफ्तों में होता था और जिसमें बार-बार बैंक जाना पड़ता था अब यह काम कुछ ही मिनट में ऑनलाइन संभव होगा.
ईसे सुरक्षित और असरदार बनाने के लिए इंटरनेशनल सॉफ्टवेयर कंपनियों की एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है. हर इंसान के डाटा को सुरक्षित रखने का पूरा सिस्टम तैयार किया गया है. कुछ लोगों को लग रहा था कि ULI में ब्लॉकचेन या आईओटी जैसी बड़ी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है लेकिन ऐसा नहीं है. इसका बेसिक स्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी और डाटा एग्रीगेशन पर टिका है जो इसे हकीकत में काम करने वाला बनाता है और आगे चलकर इस मशीन लर्निंग का इस्तेमाल जरूर बढ़ेगा जिससे लोन का फैसला और तेज और सटीक होगा.
यानी सही इंसान को सही वक्त पर लोन मिल पाएगा.
यह स्मार्ट टेक्नोलॉजी और प्रभावशाली बनती जाएगी ठीक वैसे ही जैसे यूपीआई शुरू में छोटा था लेकिन आज बहुत बड़ा बन चुका है. ठीक वैसे ही यू एल आई शुरुआत में धीरे हो सकता है परंतु यह शीघ्र अति शीघ्र तेजी से न सिर्फ भारत की ग्रोथ को मल्टीप्लाई करेगा बल्कि दुनिया का फाइनेंशियल सिस्टम बदलने की ताकत भी दिखाएगा और साथियों हम सभी इस बदलाव को होते हुए अपनी आंखों से अपने सामने देखेंगे.
साथियों हमारा भारत बहुत तेजी से बदल रहा है और वर्तमान सरकार इसे विश्व गुरु बनाने की हर संभव प्रयास को साबित करने में जुटी है.
दरअसल जितनी तेजी से भारत का स्वरूप बदल रहा है उतनी तेजी से भारत ने कभी भी ऐसी तरक्की नहीं देखी है और यह सब परिणाम है हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी के लंबे चौड़े प्लान का जो अपने निरर्थक प्रयासों से पिछले 11 सालों से प्रयासरत है.
आइए साथियों, हम अपने प्रधानमंत्री जी के साथ कम से कदम मिलाकर भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए अपना योगदान दें. भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर विश्वास रखें और इसे न सिर्फ केंद्र में हमेशा के लिए स्थापित करें बल्कि भारत के हर राज्य में भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार बनाने का प्रयास करें ताकि भारत फिर से सोने की चिड़िया बन सके और हम विश्व गुरु बनकर संपूर्ण संसार को अपने मित्र देशों की तरह अपने परिवार की तरह चला सकें.
साथियों अपनी सरकार के ऐसे ही नए-नए कामों की जानकारी के लिए, बदलते भारत की तस्वीर को देखने के लिए और भारत के विश्व गुरु बनने की कहानियों को पढ़ने के लिए कृपया इस चैनल के साथ जुड़े ताकि आप हर नई जानकारी समय से पढ़ सकें.
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