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ईश्वर और अल्लाह एक नहीं है

ईश्वर और अल्लाह एक नहीं है! इस भेद को मेरे सभी मित्र समझे,  आशा करता हूं आपको अच्छा लगेगा... नास्तिक होना आपका निजी विचार हो सकता हैं, लेकिन यदि आप टारगेट केवल सनातन को बनाते हैं तो आप नास्तिक नहीं नीच हैं।  01. ईश्वर सर्वव्यापक (Omnipresent) है। अल्लाह सातवें आसमान पर है! 02. ईश्वर सर्वशक्तिमान (Omnipotent) है, वह कार्य करने में किसी के बाध्य नहीं है। अल्लाह को फरिश्तों, जिन्नों की सहायता लेनी पड़ती है! 03. ईश्वर न्यायकारी है, वह जीवों के कर्मानुसार नित्य न्याय करता है,  अल्लाह केवल कयामत के दिन ही न्याय करता है और वह भी उनका जो कब्रो में दफनाएं गए है! 04. ईश्वर दुष्टों के लिए क्षमाशील नहीं  है, वह दुष्टों को उनके कर्मोनुसार दण्ड देता है। अल्लाह दुष्टों, बलात्कारियों को क्षमा कर देता है, (इस्लाम कबूल और मुसलमान बनने पर) मुसलमान बनने वालों के पाप को माफ़ कर देता है! 05. ईश्वर कहता है,"मनुष्य बनों",  "मनुर्भव जनया दैव्यं जनम् -ऋग्वेद १०.५३.६. अल्लाह कहता है मुसलमान बनो,  सूरा-२, अलबकरा पारा-१, आयत-१३४,१३५,१३६ 06. ईश्वर सर्वज्ञ हैं, जीवों के कर्मों की अपेक्षा से तीनों कालो