परिस्थिति कभी भी अनुकूल होती नहीं है बल्कि उसे पुरुषार्थ से अनुकूल बनाई जाती है
*जब हम हमारे धर्मग्रंथों को पढ़ते📚📚📚📚 हैं तो हम पाते हैं कि हमारे सारे धर्मग्रंथ राक्षसों👺👹👿💩🤡👽👾🤖 …
*जब हम हमारे धर्मग्रंथों को पढ़ते📚📚📚📚 हैं तो हम पाते हैं कि हमारे सारे धर्मग्रंथ राक्षसों👺👹👿💩🤡👽👾🤖 …