परिस्थिति कभी भी अनुकूल होती नहीं है बल्कि उसे पुरुषार्थ से अनुकूल बनाई जाती है
*जब हम हमारे धर्मग्रंथों को पढ़ते📚📚📚📚 हैं तो हम पाते हैं कि हमारे सारे धर्मग्रंथ राक्षसों👺👹👿💩🤡👽👾🤖 के वध से भरे पड़े हैं.* *राक्षस भी ऐसे ऐसे वरदानों🙌🙌🙌🙌🙌 से प्रोटेक्टेड थे कि दिमाग 😇😇😇😇घूम जाए...* *किसी को वरदान प्राप्त था कि वो न दिन में मरेगा-न रात में, न आदमी से मरेगा-न जानवर से, न घर में मरेगा-न बाहर, न आकाश में मरेगा- न धरती पर...* 😇😇😎😎🥳🥳😟🥵 उसी तरह... दूसरे को वरदान था कि वे भगवान भोलेनाथ और विष्णु के संयोग से उत्पन्न पुत्र से ही मरेगा. *तो, किसी को वरदान था कि... उसके खून🩸🩸🩸 की जितनी बूंदे जमीन पर गिरेगी.. उसकी उतनी प्रतिलिपि पैदा हो जाएगी.* *तो, कोई अपने नाभि में अमृत कलश 🏺छुपाए बैठा था.* *लेकिन... हर राक्षस का वध🏹🏹 हुआ.* हालाँकि... सभी राक्षसों का वध अलग अलग देवताओं ने अलग अलग कालखंड एवं अलग अलग प्रदेशों में किया... 🙏🚩🙏🕉️🔱🔔🔊 *लेकिन... सभी वध में एक चीज कॉमन रहा कि... किसी भी राक्षस का वध उसका स्पेशल स्टेटस हटाकर अर्थात उसके वरदान को कैंसिल कर के नहीं किया गया...* कि, तुम इतना उत्पात मचा रहे हो इसीलिए, हम तुम्हारा वरदान कैंसिल कर रहे हैं..